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शुक्रवार, 13 जनवरी 2023

आज की शाम,  कल की संक्रांति

    तोड़ने वाली है, मेरी भ्रांति

जो मैं समय रहते न समझा जग को

अब न जाने क्या समझाना मुझे,  सब को

रविवार, 18 दिसंबर 2022

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मंगलवार, 23 नवंबर 2021

बचाना है मुझे...

बचाना है मुझे अब तो बस 
उसके नजरों के कहर से ,
यकिन मानों जल कर ख़ाक हो रहे है लोग यहां , 
इस मोहब्बत के शहर में ...

ओ हैलो

ओ हैलो
छोड़ के जाने वाली
तुम तो सो गए होंगे 
किसी के सपनो में खो गए होंगे 
 देखो मैं जाग रहा हूं

किस्मत हमारी ...

बात_किस्मत पे आ रुकी। वरना…. 
 कोई कसर नहीं छोड़ी हमने तुझे पाने के लिए।

सदियों का रतजगा...

सदियों का रतजगा.. मेरी रातों में आ गया... मैं किसी हँसीन शक़्स की.. बातों में आ गया...!!

रविवार, 28 मार्च 2021

आप सामने हों और हम हद में रहे, मोहब्बत में कोई इतना भी शरीफ नहीं होता...

सोमवार, 24 अगस्त 2020

कुछ सपने

 आज फिर उनके साथ बैठकर चाय पीने की सोचने के 

चक्कर मे चाय ठण्डी हो गई

गयी

दिल...

 वो खूबसूरत तो बहुत है साहेब

पर मैं शायर उसकी मुस्कान को देख कर बना हूँ

दिल...

 चेहरे पे एक खामोशी

पर दिल में एक शोर है
जाने कैसा समय है
जाने कैसा दौर है

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

तेरी यादें हर हवा के झोंके में

 बदलने को तो इन आंखों के मंजर कम नहीं बदले 

तुम्हारी याद के मौसम हमारे गम नहीं बदले

 तुम अगले जन्म में हम से मिलोगी तब तो मानोगी 

जमाने और  सदी की इस मौसम में हम नहीं बदले

मंगलवार, 2 जून 2020

तुम हो कहाँ.....

तुम मेरी हो,
ये अफवाह मैं फैला दूं क्या... मुझसे जलने वालों को,
थोड़ा और जला दूं...क्या .....