प्रेम ही जीवन का आधार हैं
आज फिर उनके साथ बैठकर चाय पीने की सोचने के
चक्कर मे चाय ठण्डी हो गई
वो खूबसूरत तो बहुत है साहेब
चेहरे पे एक खामोशी
बदलने को तो इन आंखों के मंजर कम नहीं बदले
तुम्हारी याद के मौसम हमारे गम नहीं बदले
तुम अगले जन्म में हम से मिलोगी तब तो मानोगी
जमाने और सदी की इस मौसम में हम नहीं बदले