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शुक्रवार, 13 जनवरी 2023

आज की शाम,  कल की संक्रांति

    तोड़ने वाली है, मेरी भ्रांति

जो मैं समय रहते न समझा जग को

अब न जाने क्या समझाना मुझे,  सब को