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सोमवार, 24 अगस्त 2020

कुछ सपने

 आज फिर उनके साथ बैठकर चाय पीने की सोचने के 

चक्कर मे चाय ठण्डी हो गई

गयी

दिल...

 वो खूबसूरत तो बहुत है साहेब

पर मैं शायर उसकी मुस्कान को देख कर बना हूँ

दिल...

 चेहरे पे एक खामोशी

पर दिल में एक शोर है
जाने कैसा समय है
जाने कैसा दौर है

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

तेरी यादें हर हवा के झोंके में

 बदलने को तो इन आंखों के मंजर कम नहीं बदले 

तुम्हारी याद के मौसम हमारे गम नहीं बदले

 तुम अगले जन्म में हम से मिलोगी तब तो मानोगी 

जमाने और  सदी की इस मौसम में हम नहीं बदले