ko

सोमवार, 12 नवंबर 2018

यादें हैं दिल मेंं

ख्वाबों में बो तीर चला कर चली गई,
 मैं सोया था गहरी नींद जगाकर चली गई,
 मैने पूंछा चाँद निकलता है  किस   तरह,
तो चेहरे से अपने जुल्फ हटाकर चली गई...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें